उज्जैन: होली के दिन यहां के प्रतिष्ठित महाकालेश्वर मंदिर में गर्भगृह के अंदर आग लगने की घटना हुई जिसमें अधिकारियों ने बताया कि “मध्य प्रदेश के उज्जैन में सोमवार को महाकालेश्वर मंदिर में आग लगने से कम से कम 14 पुजारी घायल हो गए।” एक अन्य अधिकारी ने बताया कि यह घटना मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों में भी रिकॉर्ड हो गई है।
होली के अवसर पर मंदिर के गर्भगृह के अंदर भस्म आरती के दौरान आग लगने की घटना हुई जब होली मनाने के लिए गुलाल फेंका जा रहा था, तो उसका कुछ हिस्सा पूजा की थाली पर गिर गया, जिसमें जलता हुआ कपूर था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कपूर फर्श पर गिर गया और एकाएक आग तेजी से फैल गई।
इस अप्रत्याशित दुर्घटना में चौदह पुजारी झुलस गए जिनमें कुछ का इलाज यहां के जिला अस्पताल में चल रहा है, जबकि आठ को इंदौर में इलाज के लिए भेजे जाने की सूचना है।
उन्होंने बताया कि मंदिर में कुछ वीवीआईपी समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे लेकिन कोई श्रद्धालु घायल नहीं हुआ। मंदिर के कर्मचारी और मुख्य पुजारी सहित घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।
एक्स पर एक पोस्ट में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी लेकिन स्थिति अब नियंत्रण में है। उन्होंने एक-एक लाख रुपये की मुआवजा सहायता और घायलों के लिए मुफ्त इलाज की भी घोषणा की। साथ ही मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए गए हैं जिसका संचालन जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीना और अतिरिक्त कलेक्टर अनुकूल जैन द्वारा किया जाएगा और तीन दिनों में एक रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री यादव ने लिखा कि, “कुछ पुजारी घायल हो गए हैं और उन्हें इंदौर और उज्जैन के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मैं वहां जा रहा हूं। मैंने मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया है और यह सुनिश्चित करूंगा कि ऐसी चीजें दोबारा न हों। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
राज्य के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और तुलसी राम सिलावट ने आठ घायल पुजारियों से मुलाकात की, जिन्हें इंदौर के एक अस्पताल में ले जाया गया।