लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 19 अप्रैल 2024 को 21 राज्यों की कुल 102 सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होगा।
सात चरणों में होने वाले इस बार के लोकसभा चुनाव का पहला चरण 19 अप्रैल को शुरू होने वाला है। ये चुनाव भारत की संसद के निचले सदन लोकसभा की 543 सीटों के लिए हैं।
इस प्रथम चरण में परिसीमन के बाद नई लोकसभा सीट के रूप में मेघालय (2), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (1), मिजोरम (1), नागालैंड (1), पुडुचेरी (1), सिक्किम (1) और लक्षद्वीप (1) के साथ साथ तमिलनाडु की सभी 39, असम में 5, उत्तराखंड की 5, अरुणाचल प्रदेश की 2 और राजस्थान की 12, महाराष्ट्र की 5, महाराष्ट्र की 5 सीटों, बिहार में 4, मध्य प्रदेश में 6, उत्तर प्रदेश में 8, पश्चिम बंगाल में 3 और त्रिपुरा, मणिपुर, जम्मू-कश्मीर तथा छत्तीसगढ़ में एक-एक सीट पर 19 अप्रैल को मतदान होगा।
मतदान कब शुरू और ख़त्म होगा?
केन्द्रीय चुनाव आयोग के अनुसार मतदान स्थानीय समयानुसार प्रातः 7 बजे शुरू होगा और स्थानीय समयानुसार शाम 6 बजे समाप्त हो जाएगा। मतदान बंद होने के समय तक कतार में खड़े मतदाताओं को वोट देने का मौका मिलता है, भले ही इसके लिए मतदान केंद्रों को अधिक समय तक खुला रखना पड़े।
यह चुनाव इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक आयोजन होगा जिसमें 96.9 करोड़ पंजीकृत मतदाता 44 दिनों में 5.5 करोड़ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का उपयोग करके अपना वोट डालेंगे। चुनाव का अंतिम चरण 1 जून को है एवं वोटों की गिनती 4 जून को की जाएगी और नतीजे घोषित किए जाएंगे।
चुनावों में कई राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियाँ प्रतिस्पर्धा करेंगी, किन्तु दो प्रमुख गठबंधन सीधे तौर पर देश का नेतृत्व करने के दावेदार के रूप में आमने-सामने हैं – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (N.D.A) और विपक्ष के 26 दलों का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व वाला गठबंधन जिसे भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (I.N.D.I.A) नाम दिया गया है।
मतदान के लिए कौन कौन से दस्तावेज़ मान्य :
केन्द्रीय चुनाव आयोग द्वारा जारी मतदान के दिशानिर्देशों के अनुसार हालाँकि, मतदान के लिए मतदाता पहचान पत्र को प्राथमिकता दी जाती है, किन्तु वोट डालने के लिए यह एक मात्र आवश्यक दस्तावेज़ नहीं है और कुछ वैकल्पिक दस्तावेज़ वैध आईडी प्रमाण के रूप में काम करते हैं जिनका उपयोग मतदाता पहचान पत्र के बिना वोट डालने के लिए किया जा सकता है।
एक बार जब आप पुष्टि कर लें कि आपका नाम मतदाता सूची में है, तो आप मतदाता पहचान पत्र के विकल्प के रूप में कुछ आधिकारिक दस्तावेजों का उपयोग कर सकते हैं। वैध आईडी प्रमाण के रूप में काम करने वाले वैकल्पिक दस्तावेजों की सूची :
- आधार कार्ड
- मनरेगा जॉब कार्ड
- फोटोयुक्त बैंक या डाकघर पासबुक
- श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पैन कार्ड
- एनपीआर के तहत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड
- पासपोर्ट
- फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज
- केंद्र या राज्य सरकारों या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी सेवा आईडी कार्ड (फोटो के साथ)
- सांसदों, विधायकों, एमएलसी को जारी आधिकारिक पहचान पत्र
- सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा जारी विशिष्ट विकलांगता आईडी (यूडीआईडी)।
प्रथम चरण में किन राज्यों के किस निर्वाचन क्षेत्र में है कल मतदान ?
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में, 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 102 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो रहा है, जिनमें शामिल हैं :
- तमिलनाडु: राज्य की सभी 39 सीटें : तिरुवल्लुर, चेन्नई उत्तर, चेन्नई दक्षिण, चेन्नई सेंट्रल, श्रीपेरुम्बुदूर, कांचीपुरम, अराक्कोनम, वेल्लोर, कृष्णागिरी, धर्मपुरी, तिरुवन्नामलाई, अरणी, विलुप्पुरम, कल्लाकुरिची, सलेम, नामक्कल, इरोड, तिरुप्पुर, नीलगिरी, कोयंबटूर, पोलाची, डिंडीगुल, करूर, तिरुचिरापल्ली , पेरम्बलूर, कुड्डालोर, चिदम्बरम, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम, तंजावुर, शिवगंगा, मदुरै, थेनी, विरुधनगर, रामनाथपुरम, थूथुक्कुडी, तेनकासी, तिरुनेलवेली, कन्याकुमारी
- राजस्थान: राज्य की 25 सीटों में से बारह : गंगानगर (एससी), बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा, नागौर
- उत्तर प्रदेश: राज्य की 80 सीटों में से आठ : सहारनपुर, कैराना, मुज़फ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मोरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत
- मध्य प्रदेश: राज्य की 29 सीटों में से छह : सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा
- महाराष्ट्र: राज्य की 48 सीटों में से पांच : रामटेक, नागपुर, भंडारा-गोंदिया, गढ़चिरौली-चिमूर, चंद्रपुर
- उत्तराखंड: राज्य की सभी पांच सीटें : टेहरी गढ़वाल, गढ़वाल, अल्मोडा, नैनीताल-उधमसिंह नगर, हरिद्वार
- असम: राज्य की 14 सीटों में से पांच : काजीरंगा, सोनितपुर, लखीमपुर, डिब्रूगढ़, जोरहाट
- बिहार: राज्य की 40 सीटों में से चार : औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई
- पश्चिम बंगाल: राज्य की 42 सीटों में से तीन : कूचबिहार, अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी
- अरुणाचल प्रदेश: राज्य की दोनों दो सीटें : अरुणाचल पश्चिम, अरुणाचल पूर्व
- मणिपुर: राज्य की दो सीटों में से एक : भीतरी मणिपुर
- मेघालय: राज्य की दोनों दो सीटें : शिलांग, तुरा
- छत्तीसगढ़: राज्य की 11 सीटों में से एक : बस्तर
- मिजोरम: राज्य की एकमात्र सीट : मिजोरम
- नागालैंड: राज्य की एकमात्र सीट :नागालैंड
- सिक्किम: राज्य की एकमात्र सीट : सिक्किम
- त्रिपुरा: राज्य की दो सीटों में से एक : त्रिपुरा पश्चिम
- जम्मू-कश्मीर: पांच में से एक सीट : ऊधमपुर
- अंडमान और निकोबार द्वीप समूह: केंद्र शासित प्रदेश की एकमात्र सीट
- लक्षद्वीप: केंद्र शासित प्रदेश की एकमात्र सीट
- पुडुचेरी: केंद्र शासित प्रदेश की एकमात्र सीट
पहले चरण में मतदान वाले राज्यों में किसकी है सरकार ?
- तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के नेतृत्व वाले गठबंधन का शासन है, जिसमें की पार्टियाँ शामिल हैं।
- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तराखंड, असम, मणिपुर, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में भाजपा का शासन है।
- महाराष्ट्र, बिहार, मेघालय, नागालैंड, सिक्किम और पुडुचेरी में भी भाजपा गठबंधन के जरिए सत्ता में है।
- अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप संघीय रूप से शासित हैं और वहां कोई लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार नहीं है। जम्मू और कश्मीर भी केंद्र शासित है। मोदी सरकार द्वारा 2019 में इसकी विशेष स्थिति को खत्म करने के बाद से कोई राज्य चुनाव नहीं हुआ है।
- पश्चिम बंगाल में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस पार्टी का शासन है, जो कि I.N.D.I.A गठबंधन का हिस्सा है।
- छह क्षेत्रीय दलों का गठबंधन, ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट, मिजोरम पर शासन करता है।
लोकसभा चुनाव 2019 में ये सीटें किसने जीतीं?
- जिन 102 सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होगा, उनमें पिछले लोकसभा चुनाव में, कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) जिसके कई सदस्य अब I.N.D.I.A का हिस्सा हैं, उसने 45 सीटें जीती थीं।
- बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने इनमें से 42 सीटों पर जीत हासिल की थी।
पहले चरण के चुनाव में उतरने वाले प्रमुख नेता :
पहले चरण के चुनाव में जाने वाले प्रमुख चेहरों में आठ केंद्रीय मंत्री – नितिन गडकरी, किरेन रिजिजू, सर्बानंद सोनोवाल, संजीव बालियान, जीतेंद्र सिंह, भूपेन्द्र यादव, अर्जुन राम मेघवाल और एल मुरुगन, दो पूर्व मुख्यमंत्री – बिप्लब कुमार देब ( त्रिपुरा) और नबाम तुकी (अरुणाचल प्रदेश), और पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन (तेलंगाना)।
तमिलनाडु में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई कोयंबटूर से, तमिलिसाई सुंदरराजन चेन्नई दक्षिण से और केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन नीलगिरी से चुनाव लड़ रहे हैं। मुरुगन का मुकाबला पूर्व दूरसंचार मंत्री और डीएमके नेता ए राजा से है। वहीं थूथुक्कुडी से डीएमके की कनिमोझी चुनाव लड़ रही हैं।
उत्तर प्रदेश में जिन 8 सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें से रामपुर और पीलीभीत सीट पर नजरें होंगी। रामपुर समाजवादी पार्टी नेता आजम खान का गढ़ है, जबकि भाजपा ने पीलीभीत में वरुण गांधी की जगह जितिन प्रसाद को मैदान में उतारा है।
दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होगा।