लोकसभा चुनाव में तेरह राज्यों की कुल अठ्ठासी सीटों पर 26 अप्रैल को 60.96 प्रतिशत वोटिंग के साथ दूसरा चरण संपन्न
लोकसभा की 543 सीटों के लिए सात चरणों में होने वाले इस बार के लोकसभा चुनाव का पहला चरण 19 अप्रैल को संपन्न हुआ है। कल दूसरे चरण में 13 राज्यों की कुल 88 सीटों पर मतदान संपन्न हुआ।
इस चरण में केरल की सभी 20 सीटों, कर्नाटक की 14, राजस्थान की 13, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की 8-8 सीटों, मध्य प्रदेश की 7 सीटों, असम और बिहार की 5-5 सीटों, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल की 3-3, मणिपुर, त्रिपुरा और जम्मू-कश्मीर में 1-1 सीट सीटों पर मतदान किया गया। शुक्रवार के चरण के बाद केरल, राजस्थान और त्रिपुरा में मतदान पूरी तरह संपन्न हो गया।
दूसरे चरण में 89 सीटों पर मतदान होना था किन्तु मध्य प्रदेश के बैतूल में बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार की मृत्यु के बाद अब बैतूल में मतदान पुनर्निर्धारित किया गया है जहां अब तीसरे चरण में 7 मई को मतदान होगा
केन्द्रीय चुनाव आयोग के अनुसार इस दूसरे चरण में शाम पाँच बजे तक कुल 60.96 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी। शाम 5 बजे तक 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से मणिपुर, छत्तीसगढ़, बंगाल, असम और त्रिपुरा में 70% से अधिक मतदान दर्ज किया गया, जबकि उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र में सबसे कम मतदान क्रमशः 52.6%, 53% और 53.5% दर्ज किया गया है।
मतदान स्थानीय समयानुसार प्रातः 7 बजे शुरू हुआ और स्थानीय समयानुसार शाम 6 बजे समाप्त हो गया। मतदान बंद होने के समय तक कतार में खड़े मतदाताओं को वोट देने का मौका मिलता है, भले ही इसके लिए मतदान केंद्रों को अधिक समय तक खुला रखना पड़े।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में किन राज्यों के किस निर्वाचन क्षेत्र में था मतदान ?
दूसरे चरण में, 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 88 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो चुका है, जिनमें शामिल हैं :
केरल की सभी 20 सीटों पर : कासरगोड, कन्नूर, वडकारा, वायनाड, कोझिकोड, मलप्पुरम, पोन्नानी, पलक्कड़, अलाथुर, त्रिशूर, चलाकुडी, एर्नाकुलम, इडुक्की, कोट्टायम, अलाप्पुझा, मावेलिककारा, पथानामथिट्टा, कोल्लम, अटिंगल, तिरुवनंतपुरम
कर्नाटक की 28 में से 14 सीटों पर : उडुपी चिकमगलूर, हसन, दक्षिण कन्नड़, चित्रदुर्ग, तुमकुर, मांड्या, मैसूर, चामराजनगर, बेंगलुरु ग्रामीण, बेंगलुरु उत्तर, बेंगलुरु सेंट्रल, बेंगलुरु दक्षिण, चिक्कबल्लापुर, कोलार
राजस्थान: राज्य की 25 सीटों में से तेरह : टोंक-सवाई माधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा, झालावाड़-बारां
उत्तर प्रदेश: राज्य की 80 सीटों में से आठ : अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलन्दशहर, अलीगढ, मथुरा
मध्य प्रदेश: राज्य की 29 सीटों में से छः : टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद
महाराष्ट्र: राज्य की 48 सीटों में से आठ : बुलढाणा, अकोला, अमरावती, वर्धा, यवतमाल-वाशिम, हिंगोली, नांदेड़, परभणी
असम: राज्य की 14 सीटों में से पांच : दरांग-उदलगुरी, दीफू, करीमगंज, सिलचर, नागांव
बिहार: राज्य की 40 सीटों में से पांच : किशनगंज,कटिहार,पूर्णिया,भागलपुर,बांका
पश्चिम बंगाल: राज्य की 42 सीटों में से तीन : दार्जिलिंग, रायगंज, बालुरघाट
मणिपुर: राज्य की दो सीटों में से एक : बाहरी मणिपुर
छत्तीसगढ़: राज्य की 11 सीटों में से तीन : राजनांदगांव, महासमुंद, कांकेर
त्रिपुरा: राज्य की दो सीटों में से एक : त्रिपुरा पूर्व
जम्मू-कश्मीर: पांच में से एक सीट : जम्मू
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में मतदान वाले राज्यों में किसकी है सरकार ?
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, असम, मणिपुर, त्रिपुरा में भाजपा का शासन है।
महाराष्ट्र, बिहार में भी भाजपा गठबंधन के जरिए सत्ता में है।
जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित है, 2019 में इसकी विशेष स्थिति को खत्म करने के बाद से कोई राज्य चुनाव नहीं हुआ है।
पश्चिम बंगाल में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस पार्टी का शासन है, जो कि I.N.D.I.A गठबंधन का हिस्सा है।
I.N.D.I.A गठबंधन की दो और राज्यों में सरकार है, केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार है और कर्नाटक में कांग्रेस का शासन है।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में प्रमुख उम्मीदवार :
इस दौर के प्रमुख उम्मीदवारों में कांग्रेस के राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, भूपेश बघेल, अशोक गेहलोत के बेटे वैभव गेहलोत, तिरुवनंतपुरम में कांग्रेस के शशि थरूर के खिलाफ भाजपा के केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, प्रसिद्ध टीवी धारावाहिक रामायण के अभिनेता अरुण गोविल, हेमा मालिनी, युवा भाजपा नेता तेजस्वी सूर्या और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला शामिल हैं।
मतदान हेतु वोटर कार्ड के अलावा ये वैकल्पिक दस्तावेज भी हैं मान्य :
हालाँकि, मतदाता पहचान पत्र को प्राथमिकता दी जाती है, किन्तु वोट डालने के लिए यह एक मात्र आवश्यक दस्तावेज़ नहीं है और कुछ वैकल्पिक दस्तावेज़ वैध आईडी प्रमाण के रूप में काम करते हैं जिनका उपयोग मतदाता पहचान पत्र के बिना वोट डालने के लिए किया जा सकता है।
एक बार जब आप पुष्टि कर लें कि आपका नाम मतदाता सूची में है, तो आप मतदाता पहचान पत्र के विकल्प के रूप में कुछ आधिकारिक दस्तावेजों का उपयोग कर सकते हैं। वैध आईडी प्रमाण के रूप में काम करने वाले वैकल्पिक दस्तावेजों की सूची :
- आधार कार्ड
- मनरेगा जॉब कार्ड
- फोटोयुक्त बैंक या डाकघर पासबुक
- श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पैन कार्ड
- एनपीआर के तहत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड
- पासपोर्ट
- फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज
- केंद्र या राज्य सरकारों या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी सेवा आईडी कार्ड (फोटो के साथ)
- सांसदों, विधायकों, एमएलसी को जारी आधिकारिक पहचान पत्र
- सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा जारी विशिष्ट विकलांगता आईडी (यूडीआईडी)।
तीसरे चरण का मतदान सात मई को होगा।