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वुमन प्रिमियर लीग 2024 में टूटा रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का तिलस्म : पहली बार चैम्पीयन बनी स्मृति की टीम

वुमन प्रिमियर लीग

नई दिल्ली : भारत में महिला टी 20 लीग वुमन प्रिमियर लीग के दूसरे वर्ष में वो कारनामा हुआ जो काम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए विराट कोहली, एबी डिविलियर्स, क्रिस गेल, ग्लेन मैक्सवेल जैसे धुरंधर 16 साल के आई पी एल इतिहास में अभी तक तक नहीं कर सके। 

स्मृति मंधाना के नेतृत्व में (वे भी विराट कोहली की तरह 18 नं की जर्सी पहनती हैं ) रविवार को खचाखच भरे अरुण जेटली स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने दिल्ली कैपिटल्स पर आठ विकेट से जीत के साथ वुमन प्रिमियर लीग 2024 का खिताब और अपनी पहली ट्रॉफी जीती। 

वुमन प्रिमियर लीग (Women’s Premier League) का फाइनल मैच कल नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में आयोजित किया गया। हालांकि इसमें एक रोमांचक फाइनल जैसी कांटे की टक्कर देखने को नहीं मिली जिसके लिए दर्शक यहाँ आए थे लेकिन फिर भी बैंगलोर की टीम के शानदार प्रदर्शन ने सभी का मन मोह लिया। 

फाइनल मैच में इस सत्र की दो सबसे शक्तिशाली टीमें  दिल्ली और बैंगलोर आमने-सामने थीं, जहां दिल्ली ने लीग चरण में शानदार प्रदर्शन करके अपने दूसरे फाइनल में जगह बनाई तो वहीं बैंगलोर ने गत विजेता मुंबई को इलिमनेटर में हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। 

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए दिल्ली ने शानदार शुरुआत की और एक समय कप्तान मेग लैनिंग और  शैफाली वर्मा (27 गेंदों में 44 रन) के शानदार प्रदर्शन के साथ, दिल्ली 43 गेंदों में बिना किसी नुकसान के 64 रन बनाकर खेल रही थी। इसके बाद शैफाली का विकेट लेकर बैंगलोर की सोफी मोलिनक्स (3/20) ने दिल्ली के शीर्ष क्रम में सेंध लगाई और फिर स्पिनर श्रेयंका पाटिल (4/12) ने जबरदस्त वापसी करते हुए दिल्ली को 18.3 ओवर में 113 रन पर रोक दिया। 

एक साधारण लक्ष्य का पीछा करते हुए बैंगलोर की सलामी बल्लेबाजों सोफी डिवाइन (32) और कप्तान स्मृति मंधाना (31)  ने धीमी किन्तु ठोस शुरुआत की और उनके आउट होने के बाद  एलिस पेरी (नाबाद 35) और ऋचा घोष (नाबाद 17) ने अंतिम ओवर में उन्हें जीत दिलाई। .

दिल्ली कैपिटल्स की कप्तान मेग लैनिंग ने मैच के बाद की प्रस्तुति में अपने विचार साझा किए और कहा  “स्पष्ट रूप से यह निराशाजनक है। फाइनल का मतलब उस दिन अच्छा खेलना है। आरसीबी को बधाई, आपने आज रात हमें हरा दिया। हमने इस टूर्नामेंट में बहुत कुछ सही किया बस दुर्भाग्य से आज ऐसा नहीं होना था।आरसीबी को पूरा श्रेय, उन्होंने वास्तव में अच्छी तरह से संघर्ष किया और वे जीत के हकदार थे।” 

विजयी आरसीबी कप्तान स्मृति मंधाना ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा,  “भावनाएं अभी भी कम नहीं हुई हैं। मेरे लिए इस समय अभिव्यक्ति के साथ बाहर आना मुश्किल है। मैं एक बात कहूंगी कि मुझे इस समूह पर गर्व है। मैं अकेली नहीं हूं जिसने यह ट्रॉफी जीती है हमारी टीम ने ट्रॉफी जीती है, एक फ्रेंचाइजी के रूप में आरसीबी के लिए पहली ट्रॉफी जीतना मेरे लिए वास्तव में विशेष है।”

इस वर्ष के अवॉर्ड में भी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का दबदबा रहा। फाइनल मैच में सोफी मोलिनक्स को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच, श्रेयंका पाटिल को टूर्नामेंट में सबसे अधिक 13 विकेट लेने के लिए पर्पल कैप और एलिस पेरी को पूरे लीग में सर्वाधिक 347 रन बनाने के लिए ऑरेंज कैप के पुरस्कार प्रदान किए गए। 

 

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